अश्विन शुद्ध शुक्लपक्षी आरती मराठी –
अश्विन शुद्ध शुक्लपक्षी अंबा बैसली सिंहासनी हो
प्रतिपदेपासून घटस्थापना ती करूनी हो
मूलमंत्रजप करूनी भोंवते रक्षक ठेवूनी हो
ब्रह्मा विष्णू रुद्र आईचे पूजन करिती हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदोकारे गर्जती काय महिमा वर्णू तिचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
द्वितीयेचे दिवशी मिळती चौसष्ट योगिनी हो
सकळांमध्ये श्रेष्ठ परशुरामाची जननी हो ।।
कस्तुरीमळवट भांगी शेंदूर भरूनी हो
उदोकारें गर्जती सकल चामुंडा मिळूनी हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदोकारें गर्जती काय महिमा वर्णू तिचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
तृतीयेचे दिवशी अंबे शृंगार मांडिला हो
पातळ चोळी कंठी हार मुक्ताफळां हो
कंठीची पदके कांसे पीतांबर पिवळा हो
अष्टभूजा मिरविती अंबे सुंदर दिसे लीला हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदोकारें गर्जती काय महिमा वर्णू तिचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
चतुर्थीच्या दिवशी विश्वव्यापक जननी हो
उपासकां पाहसी अंबे प्रसन्न अंतकरणी हो
पूर्णकृपें पहासी जगन्माते मनमोहिनी हो
भक्तांच्या माऊली सूर ते येती लोटांगणी हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदोकारें गर्जती काय महिमा वर्णू तिचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
पंचमीचे दिवशी व्रत ते उपांगललिता हो
अर्ध्यपाद्यपूजनें तुजला भवानी स्तविती हो
रात्रीचे समयी करिती जागरण हरिकथा हो
आनंदे प्रेम तें आले सद्भावे क्रीडतां हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदोकारें गर्जती काय महिमा वर्णू तिचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
षष्ठीचे दिवशी भक्तां आनंद वर्तला हो
घेऊनि दिवट्या हस्तीं हर्षे गोंधळ घातला हो
कवडी एक अर्पिता देसी हार मुक्ताफळा हो
जोगवा मागता प्रसन्न झाली भक्तकुळा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदोकारें गर्जती काय महिमा वर्णू तिचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
सप्तमीचे दिवशी सप्तशृंगगडावरी हो
तेथे तूं नांदसी भोवती पुष्पे नानापरी हो
जाई जुई शेवंती पूजा रेखियली बरवी हो
भक्त संकटी पडतां झेलुनि घेसी वरचेवरी
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदोकारें गर्जती काय महिमा वर्णू तिचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
अष्टमीचे दिवशी अष्टभूजा नारायणी हो
सह्याद्रीपर्वती पाहिली उभी जगज्जननी हो
मन माझे मोहिले शरण आलो तुज लागुनी हो
स्तनपान देऊनी सुखी केले अंतकरणी हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदोकारें गर्जती काय महिमा वर्णू तिचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
नवमीचे दिवशी नव दिवसांचे पारणें हो
सप्तशतीजप होमहवनें सद्भक्ती करूनी हो
षड्सअन्ने नैवेद्यासी अर्पियेली भोजनी हो
आचार्य ब्राह्मणां तृप्त केलें कृपेकरूनी हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदोकारें गर्जती काय महिमा वर्णू तिचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
दशमीच्या दिवशी अंबा निघे सीमोल्लंघनी हो
सिंहारूढ दारुण शस्त्रे अंबे त्वां घेऊनी हो
शुभनिशुंभादिक राक्षसां किती मारिसी रणी हो
विप्रा रामदासा आश्रय दिधला तो चरणीं हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदोकारें गर्जती काय महिमा वर्णू तिचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
उदो बोला उदो अंबाबाई माऊलीचा हो
ashwin shuddh pakshi Aarti (English Lyrics)Marathi-
Ashwin Shuddh Shuklapakshi, Amba baisali singhani ho
Pratipadepasun ghatsthapana ti karuni ho
Moolmantrajap karuni bhonvate rakshak thevuni ho
Brahma Vishnu Rudra aiche pujan kariti ho
Udo bola udo Ambabai maaulicha ho
Udo bola udo Ambabai maaulicha ho
Udokare garjati kay mahima varnu ticha ho
Udo bola udo Ambabai maaulicha ho
Udo bola udo Ambabai maaulicha ho
Dwitiyechya divashi milati chausath yogini ho
Sakalamadhye shreshtha Parashuramachi jananini ho
Kasturimalavat bhangi shendor bharuni ho
Udokare garjati sakal Chamunda miluni ho
Udo bola udo Ambabai maaulicha ho
Udo bola udo Ambabai maaulicha ho
Udokare garjati kay mahima varnu ticha ho
Udo bola udo Ambabai maaulicha ho
Udo bola udo Ambabai maaulicha ho
Tritiyechya divashi ambe shringar mandila ho
Patal choli kanthi haar muktaphala ho
Kanthichi padake kanse pitambar pivla ho
Ashtabhuja mirviti ambe sundar dise leela ho
Udo bola udo Ambabai maaulicha ho
Udo bola udo Ambabai maaulicha ho
Udokare garjati kay mahima varnu ticha ho
Udo bola udo Ambabai maaulicha ho
Udo bola udo Ambabai maaulicha ho
Chaturthichya divashi vishwavyapak jananini ho
Upasakam pahasi ambe prasanna antakarani ho
Purnakripen pahasi jagmathe manmohini ho
Bhaktanchya maauli sur te yeti lotangani ho
Udo bola udo Ambabai maaulicha ho
Udo bola udo Ambabai maaulicha ho
Udokare garjati kay mahima varnu ticha ho
Udo bola udo Ambabai maaulicha ho
Udo bola udo Ambabai maaulicha ho
Panchamichye divashi vrat te upangalalita ho
Ardhyapadyapujanen tujla bhavani sthaviti ho
Ratrache samayi kariti jagaran harikatha ho
Anande prem ten aale sadbhave kreedatan ho
Udo bola udo Ambabai maaulicha ho
Udo bola udo Ambabai maaulicha ho
Udokare garjati kay mahima varnu ticha ho
Udo bola udo Ambabai maaulicha ho
Udo bola udo Ambabai maaulicha ho
Shashthiche divashi bhaktan anand vartala ho
Gheuni divtya hastin harsha gondhal ghatala ho
Kavadi ek arpit desi haar muktaphala ho
Jogava magata prasanna jhali bhaktakula ho
Udo bola udo Ambabai maulicha ho
Udo bola udo Ambabai maulicha ho
Udokaren garjati kay mahima varnu ticha ho
Udo bola udo Ambabai maulicha ho
Udo bola udo Ambabai maulicha ho
Saptamichē divashi saptashrunggadavari ho
Tēthē tūṁ nāndasī bhōvatī puṣpē nānāparī ho
Jā’ī ju’ī śēvaṁtī pūjā rēkhiyali baravī ho
Bhakta sankaṭī paḍatā’ṁ jhēluni ghēsī varacēvarī
Udo bola udo Ambabai maulicha ho
Udo bola udo Ambabai maulicha ho
Udokaren garjati kay mahima varnu ticha ho
Udo bola udo Ambabai maulicha ho
Udo bola udo Ambabai maulicha ho
Aṣṭamichē divashi aṣṭabhūjā nārāyaṇī ho
Sahyādrīparvatī pāhilī ubhī jagajjananī ho
Man mājhē mōhilē śaraṇā ālō tuj lāgunī ho
Stanapāna dēūnī sukhī kēlē antakaraṇī ho
Udo bola udo Ambabai maulicha ho
Udo bola udo Ambabai maulicha ho
Udokaren garjati kay mahima varnu ticha ho
Udo bola udo Ambabai maulicha ho
Udo bola udo Ambabai maulicha ho
Navamichē divashi nava divasānchē pāraṇēṁ ho
Saptashatījapa hōmahavanēṁ sadbhaktī karūnī ho
Shads’annē naivēdyāsī arpiyēlī bhojanī ho
Āchārya brāhmaṇā’ṁ tr̥pta kēlēṁ kr̥pēkarūnī ho
Udo bola udo Ambabai maulicha ho
Udo bola udo Ambabai maulicha ho
Udokaren garjati kay mahima varnu ticha ho
Udo bola udo Ambabai maulicha ho
Udo bola udo Ambabai maulicha ho
Daśamīcyā divashi ambā nighē sīmōllanghani ho
Siṁhārūḍa dāruṇa śastrē ambē tvā’ṁ ghēūnī ho
śubhaniśumbhādika rākṣasā’ṁ kitī mārisī raṇī ho
Viprā ramadāsā āśraya didhalā tō caraṇīṁ ho
Udo bola udo Ambabai maulicha ho
Udo bola udo Ambabai maulicha ho
Udokaren garjati kay mahima varnu ticha ho
Udo bola udo Ambabai maulicha ho
Udo bola udo Ambabai maulicha ho
मराठी आरती संग्रह देखे – लिंक
चालीसा संग्रह देखे – लिक
स्त्रोत संग्रह देखे – लिंक